गेहूँ की बंपर पैदावार: बालियाँ निकलने के समय करें ये ज़रूरी छिड़काव
गेहूँ की फसल जब लगभग ९० दिन या उससे अधिक की हो जाती है, तो वह बालियाँ निकलने की महत्वपूर्ण अवस्था में प्रवेश करती है. इस समय, पौधे पर उगने वाली आखिरी पत्ती, जिसे झंडा पत्ती कहा जाता है, बहुत महत्वपूर्ण होती है. यह पत्ती ही दानों को भरने और अंतिम उत्पादन में सबसे अधिक योगदान देती है.
क्रांतिक अवस्था का महत्व
यह अवस्था पौधे के लिए सबसे नाजुक होती है. यदि इस समय पौधे को पर्याप्त पोषण या नमी (पानी) न मिले, तो बालियाँ ठीक से विकसित नहीं हो पातीं और दाने हल्के और कम संख्या में रह जाते हैं. इसलिए, किसान भाइयों को इस अवस्था में फसल को अतिरिक्त ऊर्जा देना आवश्यक है.
ताज्या बातम्या
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की नई लिस्ट घोषित, तुरंत चेक करें नाम
गेहूं की फसल में अधिकतम पैदावार के लिए पहली सिंचाई (पहला पानी) और खाद का सही प्रबंधन बहुत मायने रखता है।
शेतकऱ्यांसाठी नवीन योजना ; या शेतकऱ्यांना होनार मोठा फायदा..पहा सविस्तर
महाराष्ट्रातही थंडीची लाट अपेक्षित ; मच्छिंद्र बांगर यांचा अंदाज..
राज्यात पुन्हा पाऊस ? पहा पंजाब डख यांचा अंदाज
















