यूरिया खाद देने का सही समय मिट्टी के अनुसार,
क. रेतीली (Sandy) या भुरभुरी मिट्टी: सिंचाई के बाद यूरिया दें
इन खेतों में पानी जल्दी सोख लिया जाता है, इसलिए पानी लगाने के 4-5 दिन बाद जब खेत चलने लायक हो जाए, तब खाद डालें।
ख. दोमट (Loamy) या अधिक नमी वाले खेत (धान की खेती वाले): सिंचाई से पहले यूरिया दें
ऐसे खेतों में पानी ज्यादा देर भरा रहने पर गेहूं की फसल पीली पड़ जाती है
अतिरिक्त सुझाव: यूरिया के साथ सल्फर या कैल्शियम मिलाकर डालने से पीलापन आने की संभावना कम हो जाती है.
पहला पानी कब दें? (सिंचाई का सही समय):
सामान्य मिट्टी: वैज्ञानिक 20-21 दिन पर पानी देने की सलाह देते हैं।
अधिक नमी वाले क्षेत्र (जैसे धान के बाद की खेती):
इन खेतों में मिट्टी में पहले से ही ज्यादा नमी होती है, इसलिए 20-21 दिन पर पानी देना गलत हो सकता है
एक्सपर्ट के अनुसार, ऐसे खेतों में पहला पानी 25 से 30 दिन के बीच ही देना चाहिए
3.पीलापन रोकने के लिए ज़रूरी सुझाव:
गेहूं में पीलापन मुख्य रूप से खेत में ज्यादा पानी भरने(जल भराव) के कारण आता है.
खेतों में पानी को नियंत्रित करने के लिए क्यारियां बनाकर सिंचाई करें.
अगर खेत में पानी ज्यादा भर जाए, तो उसे तुरंत दूसरे खेत में निकालने की व्यवस्था करें
फ़ायदा:
अगर आप पहला पानी सही समय पर और सही तरीके से देते हैं और गेहूं पीला नहीं पड़ता है, तो आपकी पैदावार में प्रति एकड़ 2 से ढाई क्विंटल तक की वृद्धि हो सकती है.